कौशल प्रशिक्षण

यह केंद्र दिव्यांग व्यक्ति को कुशल और आत्मनिर्भर बनाने के लिए कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करता है। इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले उन दिव्यांगों को ज्ञान प्रदान करना है, जिनके पास संसाधनों का अभाव है। संसाधनों की कमी के कारण वे अशिक्षित बने रहते हैं और इसी के चलते उन्हें आर्थिक रूप से किसी पर आश्रित होना पड़ता है। कौशल प्रशिक्षण सत्र ज्यादातर समूह और सामुदायिक प्रशिक्षण कार्यक्रमों के रूप में शारीरिक रूप से दिव्यांग लोगों को अपने दम पर अपने जीवन का नेतृत्व करने और अपनी चुनौतियों को ताकत में बदलने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए आयोजित किया जाता है।

  • केंद्र ने 2015-16 के दौरान सिपड़ा योजना के तहत 389 विकलांग व्यक्तियों को अ॰या॰जं॰रा॰वा॰श्र॰दि॰सं॰-मुंबई के मार्गदर्शन में देश के विभिन्न भागों से अभेद्य प्रशिक्षण भागीदारों की मदद से प्रशिक्षित किया है।
  • दूरदराज के क्षेत्रों में व्यावसायिक प्रशिक्षण देने और सहयोग करने के लिए हमारे पास कई सरकारी और गैर-लाभकारी संगठनों (एनपीओ) के साथ संबंध हैं।
  • दिव्यांगजनों को योजनाओं से शिक्षित करने, उनके कौशल विकास प्रशिक्षण और पाठ्यक्रमों में सहायता के लिए हम शिविरों का आयोजन करते हैं।